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राँची सभा

रांची में भाजपा नेता की दिनदहाड़े हत्या, 27 मार्च को शहर बंद का आह्वान

भाजपा नेता अनिल टाइगर की रांची के कांके चौक पर दिनदहाड़े हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन भड़क उठे। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया, जबकि भाजपा ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था विफलता का आरोप लगाते हुए 27 मार्च को रांची बंद बुलाया। जनता में आक्रोश और राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है।

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रांची: बुधवार को रांची के कांके चौक पर भाजपा नेता और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल टाइगर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उन्हें करीब से सिर पर गोली मारी और फरार हो गए। घायल अवस्था में उन्हें रिम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हत्या के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया, जिन्होंने कांके चौक पर सड़क जाम कर त्वरित कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मनातू रिंग रोड से मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया और जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है, लेकिन अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। इस घटना ने झारखंड में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं और विपक्ष ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

भाजपा ने राज्य सरकार पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, उसे कानून व्यवस्था की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर जंगलराज फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब न तो जनप्रतिनिधि सुरक्षित हैं और न ही आम नागरिक। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर जमीन माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि वे अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।

भाजपा ने इस हत्या के विरोध में 27 मार्च को रांची बंद बुलाया है और व्यापारियों, नागरिकों और विभिन्न संगठनों से समर्थन की अपील की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि उनके नेताओं को टारगेट कर मारा जा रहा है और इसे साजिश का हिस्सा बताया जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता रामाकांत महतो ने झारखंड में “जंगलराज” होने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार ने पुलिस नियमों में संशोधन कर भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा दिया है।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं कर्मवीर सिंह, सांसद आदित्य साहू, डॉ. प्रदीप वर्मा, मनोज सिंह, राकेश प्रसाद, विकास प्रीतम, भानु प्रताप शाही, नीलकंठ सिंह मुंडा और सरोज सिंह ने शोक जताते हुए अनिल टाइगर के परिवार के लिए न्याय की मांग की।

हत्या ऐसे समय हुई जब झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे थे, जिससे राज्य में पुलिसिंग की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े हो गए हैं। रांची ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने कहा कि मामले की जांच जारी है और आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

इस घटना से जनता में भारी आक्रोश है और लोग सवाल कर रहे हैं कि राजधानी के व्यस्त इलाके में इस तरह की हत्या कैसे हो सकती है। भाजपा और राज्य सरकार के बीच इस मुद्दे पर टकराव तेज होने के संकेत हैं। 27 मार्च को प्रस्तावित रांची बंद झारखंड में कानून-व्यवस्था और राजनीति के मौजूदा संकट में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।

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