रांची: कोलकाता में झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय पर्यटन रोड शो ने निवेशकों और उद्योग प्रतिनिधियों के लिए एक प्रभावशाली मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम ने न केवल झारखंड और बंगाल के बीच ऐतिहासिक व सांस्कृतिक संबंधों को उजागर किया, बल्कि साझेदारी और पर्यटन की संभावनाओं के लिए नए रास्ते भी खोले।
मुख्य अतिथि और झारखंड के पर्यटन मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने उद्घाटन भाषण में इस कार्यक्रम के लिए कोलकाता को चुने जाने का कारण साझा करते हुए कहा,
“झारखंड और बंगाल केवल पड़ोसी नहीं हैं, हम एक साझा विरासत के दो पन्ने हैं। चाहे वह चैतन्य महाप्रभु की यात्राएँ हों या ब्रिटिश बंगाल प्रेसिडेंसी का दौर, हमारी परंपराएँ, स्वाद और मूल्य गहराई से जुड़े हुए हैं।”
मंत्री ने यह भी बताया कि झारखंड आने वाले पर्यटकों में सबसे बड़ी संख्या पश्चिम बंगाल से होती है, जो कोलकाता को इस रोड शो के लिए आदर्श स्थल बनाता है। उन्होंने कहा,
“जब बंगाल से पर्यटक झारखंड के गाँवों में आते हैं, तो उन्हें ‘चेंजर’ कहा जाता है — एक शब्द जो हमारे सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।”
श्री कुमार ने झारखंड में पर्यटन अनुभव की अनोख़ी विशेषता पर ज़ोर देते हुए कहा,
“झारखंड आइए, जहाँ झरनों से सिर्फ पानी नहीं बहता, बल्कि संगीत भी बहता है; जहाँ पहाड़ केवल ऊँचाइयाँ नहीं, बल्कि कहानियाँ हैं; और जहाँ हर यात्रा एक अनुभव बन जाती है।”
इस दौरान Ambuja Neotia, Polo Towers, Peerless Hotels, Hotel Sonar Bangla जैसे प्रमुख उद्योग समूहों के साथ B2G (बिज़नेस टू गवर्नमेंट) स्तर की उच्च स्तरीय बैठकें हुईं। इन चर्चाओं में पर्यटन में निवेश, बुनियादी ढाँचे के विकास और संभावित साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। मंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने और झारखंड को अगला प्रमुख पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम में पर्यटन सचिव श्री मनोज कुमार ने झारखंड में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन योजनाओं और निवेश के अवसरों को रेखांकित किया गया। यह प्रस्तुति झारखंड के पर्यटन उद्योग को नई दिशा देने के उद्देश्य से की गई।
अंत में, मंत्री ने कहा,
“झारखंड सरकार सजग और समर्पित है। हम तैयार हैं कि हमारा राज्य आपका अगला डेस्टिनेशन बने। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हम झारखंड के पर्यटन को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
यह दो दिवसीय रोड शो न केवल निवेशकों को आकर्षित करने में सफल रहा, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को भी एक नई पहचान दी। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि झारखंड की पर्यटन क्षमता अब नई ऊँचाइयों की ओर अग्रसर है।