रजरप्पा: मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को झारखंड के रामगढ़ जिले के रजरप्पा में एक कार्यक्रम के दौरान भारत में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) की सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर विश्वास जताया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ईवीएम “पूरी तरह छेड़छाड़ से मुक्त” हैं और “किसी भी नेटवर्क से जुड़ी नहीं होतीं।”
रजरप्पा के सीसीएल गेस्ट हाउस सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा, “भारत में ईवीएम का उपयोग केवल मतदान के लिए किया जाता है। ये मशीनें इंटरनेट, ब्लूटूथ या इन्फ्रारेड से कनेक्ट नहीं होतीं। ये पूरी तरह से स्टैंडअलोन डिवाइस हैं, जिससे छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं होती।”
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 5 करोड़ से अधिक वीवीपैट पर्चियों की गिनती की जा चुकी है और किसी में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है।
कार्यक्रम में झारखंड के रिटर्निंग ऑफिसर्स, बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) और चुनाव स्वयंसेवकों के साथ संवाद हुआ। ज्ञानेश कुमार ने राज्य में चुनावी व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा, “यहां के स्वयंसेवकों से मिलकर मैं कह सकता हूं कि झारखंड में लोकतंत्र एक मज़बूत आधार पर टिका हुआ है।”
अनुभव साझा सत्र में कई स्वयंसेवकों ने पिछले चुनावों के दौरान अपने अनुभव साझा किए। सीईसी ने इन अनुभवों को भारत की चुनावी प्रणाली की कार्यक्षमता और मजबूती का प्रमाण बताया।
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) के. रवि कुमार ने स्वागत भाषण में स्वयंसेवकों से खुलकर भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “सीईसी की उपस्थिति हम सभी के लिए प्रेरणादायक और सशक्तिकरण का स्रोत है।”
सीईसी ने यह भी बताया कि राज्य में EPIC (मतदाता फोटो पहचान पत्र) से जुड़ी किसी भी संशोधन या जोड़ की कोई अपील लंबित नहीं है, जो यह दर्शाता है कि मतदाता सूची लगभग 100% संतोषजनक स्थिति में है।
रामगढ़ के उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी चंदन कुमार ने निर्वाचन कार्मिकों की प्रतिबद्धता की सराहना की। कार्यक्रम में अनुराग तिवारी (अनुमंडल पदाधिकारी) और संजय कुमार राय (मास्टर ट्रेनर) ने भी प्रशिक्षण और जमीनी स्तर पर जन-जागरूकता के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। उन्होंने स्वयंसेवकों, BLOs और अधिकारियों के योगदान को सराहा।
कार्यक्रम में रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, संयुक्त सीईओ सुभाष कुमार, और जिला निर्वाचन से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का यह दो दिवसीय दौरा झारखंड में आगामी चुनावों की तैयारी की व्यापक समीक्षा का हिस्सा है, जिसमें वे राज्य के दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण भी कर रहे हैं।