रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महाधिवेशन से पूर्व एक बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि झामुमो को अपने 2024 के चुनाव घोषणा पत्र ‘अधिकार पत्र’ में किए गए वादों को लागू करने का संकल्प पारित करना चाहिए। शाहदेव ने कहा कि झामुमो ने चुनाव से पहले वादों की झड़ी तो लगा दी थी, लेकिन वे वादे अब तक धरातल पर नहीं उतर सके हैं।
उन्होंने कहा कि खासकर मईया सम्मान योजना को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे बदलावों को निंदनीय करार दिया और कहा कि चुनाव से पहले जितनी मईया को सम्मान राशि दी गई थी, उन सभी को पूरी राशि दी जानी चाहिए। सिर्फ फर्जीवाड़ा करने वालों को बाहर किया जाना चाहिए।
इसके अलावा, प्रतुल शाहदेव ने गैस सिलेंडर के 450 रुपये में देने के वादे को भी याद दिलाया और कहा कि झामुमो ने 5 वर्षों में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर और किसानों को बिना गारंटी के लोन देने का वादा भी झामुमो ने किया था। शाहदेव ने कहा कि झामुमो को अपने अधिकार पत्र में किए गए वादों को महाधिवेशन में संकल्प के रूप में लागू करने का संकल्प पारित करना चाहिए।
प्रतुल शाहदेव ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल से लगे सीमावर्ती जिलों में आदिवासियों की संख्या घट रही है और मुसलमानों की जनसंख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि झामुमो खुद को आदिवासियों का हितैषी बताता है, लेकिन इस मुद्दे पर महाधिवेशन में गहन विचार-विमर्श होना चाहिए और सभी अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने का संकल्प पारित करना चाहिए, क्योंकि इस घुसपैठ का सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासियों को हो रहा है।
शाहदेव ने अंत में परिवारवाद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि झामुमो पर हमेशा परिवारवाद का आरोप लगता है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि झामुमो को पारदर्शिता दिखाते हुए अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष का पद परिवार से बाहर के समर्पित कार्यकर्ताओं को देना चाहिए।